देव स्नान पूर्णिमा पर उमड़ी भक्तों की भीड़, रथयात्रा से पहले आज विशेष स्नान करेंगे भगवान जगन्नाथ

भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा से 2 हफ्ते पहले देव स्नान किया जाता है। जिसे देव स्नान कहते हैं। इस साल ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि 22 जून को है इसलिए, इसी दिन देव स्नान करवाया जाएगा। देव स्नान पूर्णमा के इस शुभ अवसर पर पुरी के भगवान जगन्नाथ मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी है। काफी संख्या में भक्त यहां पहुंच रहे हैं। स्नान उत्सव के अवसर पर पुरी में लाखों भक्तों के आने की उम्मीद है। इसे देखते हुए पुरी पुलिस ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है।
दरअसल, हर साल ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा के दिन भगवान जगन्नाथ के साथ ही बलभद्र जी, सुभद्राजी और सूदर्शन जी का भी जलाभिषेक किया जाता है। देव स्नान पूर्णिमा ओडिशा के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर की विश्व प्रसिद्ध रथ यात्रा से ठीक पहले एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। कुछ लोग इस त्योहार को भगवान जगन्नाथ के जन्मदिन के रूप में भी मनाते हैं जिसमें हर साल लाखों की संख्या में लोग पहुंचते हैं।
बता दें कि, महाप्रुभु जगन्नाथ जी को नहलाने के लिए सोने के कुएं से जल लाया जाता है। यह कुआं साल में केवल एक बार ही देवस्नान के दिन खुलता है। ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन, भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र की मूर्तियों को सुबह-सुबह जगन्नाथ पुरी मंदिर के ‘रत्नसिंहासन’ से बाहर निकाला जाता है। तीनों देवताओं की मूर्तियों को मंत्रोच्चार और घंटा, ढोल, बिगुल और झांझ की ध्वनि के साथ एक जुलूस में विशेष ‘स्नान वेदी’ तक लाया जाता है। आज के दिन नदियों और घाटों में लोग आस्था की डुबकी लगाते हैं।